۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
مراسم ویژه حضرت قمر بنی هاشم (علیه السلام) در کربلای معلی

हौज़ा/हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में आशूर के दिन ग़म और गिरिया और रोने के सवाब की ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मिज़ानुल हिक्मा" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:


:قال الامام الرضا علیه السلام

مَن كانَ يَومُ عاشوراءَ يَومَ مُصيبَتِهِ و حُزنِهِ وبُكائِهِ ، يَجعَلُ اللّه ُ يَومَ القيامَةِ يَومَ فرحِهِ و سُرورِهِ


हज़रत इमाम रज़ा अ.स. ने फरमाया:


जिनके लिए आशूरा का दिन परेशानी,ग़म और गिरीया का दिन हो तो अल्लाह तआला उसके लिए कयामत के दिन को खुशी का दिन करार देंगा
मिज़ानुल हिक्मा, हदीस 13011

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